स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने एसीआई के कैथलैब में स्थापित रेडिएशन प्रोटेक्शन डिवाईस का किया उद्घाटन
1 min readएचडीएफसी के सीएसआर गतिविधि परिवर्तन परियोजना के अंतर्गत आधुनिक कैथलैब को दिया गया यह रेडिएशन प्रोटेक्शन डिवाईस
रायपुर, 14 मार्च 2024/ पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय से संबद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय रायपुर स्थित एडवांस कॉर्डियक इंस्टीट्यूट के कॉर्डियोलॉजी विभाग के अत्याधुनिक कैथलैब में स्थापित रेडिएशन प्रोटेक्शन डिवाईस एगनेस्ट का उद्घाटन आज गुरुवार को लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल द्वारा किया गया।
एचडीएफसी बैंक के सीएसआर गतिविधि परिवर्तन के अंतर्गत प्रदत्त यह रेडिएशन प्रोटेक्शन डिवाईस कैथलैब में कार्यरत डॉक्टर, नर्सिंग व पैरामेडिकल टीम की हानिकारक विकिरणों से रक्षा करेगा। उद्घाटन के अवसर पर संचालक चिकित्सा शिक्षा डॉ. विष्णु दत्त, अधिष्ठाता चिकित्सा महाविद्यालय डॉ. तृप्ति नागरिया, अधीक्षक डॉ. एस.बी.एस. नेताम, कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. स्मित श्रीवास्तव, मनोरोग विभागाध्यक्ष डॉ. एम.के. साहू, सहायक अधीक्षक डॉ. डी.के. टंडन, प्रशासनिक अधिकारी श्रीमती रंजना ध्रुव, सीटीवीएस विभागाध्यक्ष डॉ. कृष्णकांत साहू समेत एचडीएफसी बैंक के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
विभागाध्यक्ष कॉर्डियोलॉजी विभाग डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने रेडिएशन प्रोटेक्शन डिवाईस के संबंध में जानकारी देेते हुए बताया कि एचडीएफसी बैंक के सीएसआर प्रभाग अरोह (एआरओएच) फाउंडेशन द्वारा प्रदत्त यह प्रोटेक्शन सिस्टम कैथलैब में रेडिएशन के फैलाव एवं बिखराव को रोकता है। यह आधुनिक कैथलैब की एक अतिआवश्यक सुरक्षा कवच में से एक है। कैथलैब में प्रतिदिन कार्डियक इंटरवेंशनल प्रक्रिया एक्स रे मशीन की सहायता से की जाती है (एक्स रे गाइडेड प्रोसीजर)। पूरी टीम लम्बे समय तक यहां रहती है। ऐसे में पूरी टीम विकिरण के संपर्क में आती है। एगनेस्ट एक व्यापक, स्कैटर रेडिएशन (फैलने वाले विकिरण) सुरक्षा प्रणाली है जो पूरी तरह से आधुनिक कैथ लैब में रेडिएशन के फैलाव एवं बिखराव को रोकने में मदद करती है। इसे सीआर्म एक्स रे मशीन की गति एवं दिशा के अनुसार इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह रोगी की दिशा के अनुसार सरलता से इधर उधर घूम सकता है। यह 91 प्रतिशत रेडिएशन से सुरक्षा देता है।
स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट ने बहुत ही कम समय में एक नया आयाम स्थापित किया है। डॉ. स्मित श्रीवास्तव एवं उनकी टीम ने जिस जुनून के साथ एक लक्ष्य निर्धारित किया है उस लक्ष्य को पूरा करने में मैं उनके साथ हूं। आप सभी को यह विश्वास दिलाना चाहता हूं कि भविष्य में चिकित्सा महाविद्यालय रायपुर एवं अस्पताल के साथ-साथ एसीआई को विश्वस्तरीय संस्थान बनाने के लिए जो भी आवश्यक इंफ्रास्ट्रॅक्चर एवं मानव संसाधन की ज़रूरत होगी, उसे शासन उपलब्ध करायेगी।
उद्घाटन के अवसर पर टेलीमेडिसिन हॉल में आयोजित कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल ने डॉ. विष्णु दत्त, डॉ. विवेक चौधरी, श्री सुबीर बेनर्जी, श्री उदयन पेंडसे, डॉ. तृप्ति नागरिया, डॉ. एस. बी.एस. नेताम, डॉ. स्मित श्रीवास्तव, डॉ. पी. जैन शाह, डॉ. जया लालवानी, डॉ. ए.नेरल, डॉ. विजय कापसे, डॉ. एम. के. साहू, डॉ. डी. पी. लकड़ा, डॉ. कृष्णकांत साहू और डॉ. तान्या छौड़ा को मोमेंटो एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। मेडिकल टीचर एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. अरविंद नेरल ने अपनी विभिन्न माँगो से स्वास्थ्य मंत्री को अवगत कराया।
इस अवसर पर एच डी एफ सी बैंक की परियोजना परिवर्तन से रीजनल हेड श्री इक़बाल सिंह गुलियानी, सर्कल हेड श्री सुबीर बनर्जी, क्लस्टर हेड श्री उदयन पेंडसे, ब्रांच मैनेजर श्री आतिफ़ सिद्दीक़ी, एरिया हेड गवर्नमेंट बिज़नेस डी. प्रताप वर्मा, सी एस आर हेड प्रशांत बरमन, अरोह फाउंडेशन से सीनियर प्रोजेक्ट ऑफिसर हेमंत सिंह तँवर, दीपक सक्सेना एवं कृष्णा तिलकवार उपस्थित रहे।
एक नज़र कार्डियोलाजी विभाग एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट की उपलब्धियां-
स्थापना वर्ष 2009 से 2023 तक – 12,964 कार्डियक प्रोसीजर
अ. वर्ष 2009 से 2013 तक – 1121 कार्डियक प्रोसीजर
ब. वर्ष 2013 से 2018 तक – 4950 कार्डियक प्रोसीजर
स. वर्ष 2018 से 2023 तक – 6893 कार्डियक प्रोसीजर
विश्वस्तरीय कीर्तिमान*
अ. टाकायासू एओर्टा आर्टराइटिस का लेजर उपचार – विश्व में पहला
ब. आईवीएल एल्काट्रिप्सी – विश्व में दूसरा (स्पेन के बाद)
स. लेजर एक्सट्रेक्शन के साथ लीडलेस पेसमेकर का प्रत्यारोपण (विश्व का सबसे छोटा पेसमेकर ) – विश्व में दूसरा (चीन के बाद)
राष्ट्रीय कीर्तिमान
अ. लेजर एंजियोप्लास्टी – देश का पहला
ब. शार्ट शर्किट के उपचार ईपीएस / आरएफए – देश का पांचवां स्थान
स. 102 वर्ष के मरीज को पेसमेकर – देश का छठा केस
द. लेफ्ट एट्रिअल डिवाइस क्लोजर – देश में 131वां केस
ड. लेफ्ट बेट्रिकुलर असिस्ट डिवाइस / इम्पेला – देश के शासकीय संस्थान में पहला
प्रदेशीय कीर्तिमान
अ. ओसीटी गाईडेंड एंजीयोप्लास्टी – राज्य का पहला और सर्वाधिक केस
ब. आईबीएल एंजीयोप्लास्टी – राज्य का पहला और सर्वाधिक केस
स. वाल्व इन वाल्व ट्रांसकैथेटर वाल्व रिप्लेसमेंट के साथ ट्राइकस्पिड प्रोस्थेटिक वाल्वोटोमी – राज्य का पहला
द. वाल्व इन बाल्व ट्रांसकैथेटर एओर्टिक – राज्य का पहला वाल्व रिप्लेसमेंट
ड. पोस्ट एमआई वीएसआर – राज्य का पहला
च. 3डी एब्लेशन ईपीएस/आरएफए – राज्य का पहला
छ. लीडनेस पेसमेकर का प्रत्यारोपण – राज्य का दूसरा
ज. ट्रांसकैथेटर एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट – राज्य में सर्वाधिक केस
झ. बच्चों के दिल में सुराख (दिल में छेद) – राज्य में सर्वाधिक केस
का उपचार
ञ. कंडक्शन सिस्टम पेसिंग / सीएसपी – राज्य का पहला