शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के जरिए जरूरतमंदों को मिल रहा निःशुल्क उपचार
1 min readरायपुर, 25 जुलाई 2022, गरीब और किसी कारणवश अस्पताल तक नहीं पहुंच पा रहे लोगों को मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के जरिए निःशुल्क इलाज किया जा रहा है। मोबाइल मेडिकल यूनिट के चिकित्सा दल बस्तियों में पहुंचकर जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क उपचार उपलब्ध करवा रहे हैं। जनवरी 2022 से जून 2022 तक की बात करें तो भाव्या हेल्थ सर्विस मोबाइल मेडिकल यूनिट द्वारा 5.44 लाख से अधिक लोगों को इसका लाभ मिला है।
शहरी स्लम क्षेत्रों के ऐसे गरीब जो अस्पताल नहीं पहुंच पाते हैं उनको उनके घर पर ही चिकित्सकों के जरिए स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए यह योजना शुरू की गई है। प्रदेश के विभिन्न शहरों में मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहन के जरिए जरूरतमंदों का इलाज किया जा रहा है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए मोबाइल मेडिकल यूनिट (भाव्या हेल्थ सर्विस प्राइवेट लिमिटेड) के जन संपर्क अधिकारी शिबू कुमार ने बताया: “छत्तीसगढ़ सरकार के नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा संचालित मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के तहत दो भिन्न कंपनियां लोगों को सेवाएं दे रही हैं। भाव्या हेल्थ सर्विस प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 23 जिलों में 74 मोबाइल मेडिकल यूनिट लोगों की सेवा में तत्पर है। योजना के तहत जनवरी 2022 से जून 2022 तक मोबाइल मेडिकल टीम द्वारा 5.44 लाख लोगों को निःशुल्क इलाज मुहैया कराया गया है। इसके साथ ही 4.32 लाख लोगों को निःशुल्क दवाएं दी गई । वहीं 1.13 लाख लोगों की पैथालॉजी जांच तथा 2,018 लोगों को बेहतर इलाज के लिए अस्पतालों में रेफर किया गया है।“
घर के पास हुई जांच, मिली दवा- जांजगीर चांपा की रहने वाली 20 वर्षीय शबनम परवीन ने बताया: “मुझे कई दिनों से पेट में हल्का दर्द और बुखार की शिकायत थी, किसी ना किसी कारण से मैं अस्पताल नहीं जा पा रही थी। ऐसे में मोबाइल मेडिकल यूनिट जब घर के करीब आई तो मैंने भी वहां अपनी समस्या बताई। चिकित्सक दल ने मेरी परेशानी सुनी और मेरे खून और पेशाब का सैंपल उन्होंने दिया। जांच रिपोर्ट दूसरे दिन मिली, जिसमें मुझे यूरीन इन्फेक्शन निकला और दवाएं भी दी गई। उपचार के उपरांत अब मैं स्वस्थ हूं।“
कांकेर के रहवासी 41 वर्षीय ओमप्रकाश दारो को भी काफी दिनों से हाई बीपी (उच्च रक्तचाप) की शिकायत थी। ओमप्रकाश ने बताया: “केसकाल में मैं शिक्षक के रूप में पदस्थ हूं। समयाभाव की वजह से अस्पताल नहीं जा सका प्राइवेट डॉक्टर की सलाह पर बीपी की दवा ले रहा हूं। स्कूल के समीप ही मोबाइल मेडिकल यूनिट आई तो मैंने भी चिकित्सकीय परामर्श लिया। बहुत अच्छी सुविधा है, मुझे भी चिकित्सक से परामर्श लेकर अच्छा लगा। मैं अब उनके द्वारा बताए गए सुझावों पर अमल कर रहा हूं।“
योजना की शुरूआत- शिबू कुमार के अनुसार मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य योजना के प्रथम चरण की शुरूआत एक नवंबर 2020 को हुई। शुरूआत में कंपनी ने 35 मोबाइल मेडिकल यूनिट के माध्यम से सेवाएं दी। अप्रैल 2022 से 39 और मोबाइल मेडिलक यूनिट वाहन शुरू किया गया। अब कंपनी द्वारा राज्य के नगरीय क्षेत्रों के स्लम बस्तियों में चिकित्सक, पैरामेडिकल टीम, मेडिकल उपकरण एवं दवाओं से लैस 74 मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहन घर पहुंचकर लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रही है।
उल्लेखनीय है सरकार की योजना के तहत 120 मोबाइल मेडिकल यूनिट वाहन (दो भिन्न कंपनियों भाव्या हेल्थ सर्विस प्राइवेट लिमिटेड एवं साईराम प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित) के जरिए लोगों को घर तक स्वास्थ्य सुविधा मिल रही है।