छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से की मुलाकात
1 min readछत्तीसगढ़ विजन डॉक्यूमेंट व माओवादी विरोधी अभियानों की दी जानकारी
नई दिल्ली, 25 जून 2024। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से संसद भवन में मुलाकात की। इस मौके पर उन्होंने श्री नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने पर बधाई दी।
मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने प्रधानमंत्री को अमृतकाल : छत्तीसगढ़ विजन @2047 ‘विजन डॉक्यूमेंट’ के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इसका निर्माण राज्य नीति आयोग द्वारा किया जा रहा है जिसे एक नवंबर को राज्य की जनता को समर्पित किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने विगत छह माह में माओवादी विरोधी अभियानों में की गयी कार्रवाई की जानकारी भी प्रधानमंत्री को दी। उन्होंने बताया कि माओवादी समस्या के समूल उन्मूलन हेतु ज्वाइंट एक्शन प्लान तैयार कर कार्रवाई की जा रही है।
नियद नेल्लानार योजना (आपका अच्छा गाँव) के बारे में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत नक्सलियों के आधार को कमजोर करने व शासन-प्रशासन व ग्रामीणों के बीच परस्पर विश्वास बहाली का कार्य किया जा रहा है।
इस योजना के तहत वर्तमान में 23 कैंप खोले गए हैं, जिनमें 90 ग्राम शामिल हैं तथा भविष्य में 29 कैंपों को प्रारंभ करने की योजना है।
श्री साय ने मोदी की गारंटी पूरी करने की दिशा में उठाए गए कदम की जानकारी देते हुए बताया कि नवीन सरकार के गठन के बाद मंत्रिपरिषद की पहली बैठक में ही प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के तहत 18 लाख 12 हजार 743 परिवारों को आवास देने का निर्णय लिया गया। वर्तमान में 1 लाख 6 हजार 777 आवास निर्माणाधीन है, जिनकी स्वीकृति पूर्व में ही की जा चुकी है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि धान उत्पादन प्रोत्साहन योजना अंतर्गत किसानों को वर्ष 2014-15 एवं वर्ष 2015-16 के लिए 3 हजार 667 करोड़ की राशि दी गयी है।
वहीं, कृषक उन्नति योजना के तहत वर्ष 2023 के लिए कुल 24 लाख 73 हजार किसानों को 13 हजार 287 करोड़ की राशि का भुगतान किया गया है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन तथा सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए महतारी वंदन योजना शुरू की गयी है। इस योजना के तहत अब तक लगभग 70 लाख महिलाओं को चार माह की वित्तीय सहायता 2618 करोड़ रुपए की राशि दी जा चुकी है।
प्रधानमंत्री को श्रीरामलला दर्शन योजना के बारे में बताते हुये श्री साय ने कहा कि इसके लिए आईआरसीटीसी के साथ एमओयू किया गया है। इस योजना के तहत हर साल 20 हजार यात्रियों को यात्रा कराने का लक्ष्य है।