जिले में उत्साह और उमंग के साथ कृष्ण कुंज का हुआ शुभारंभ
1 min readजिले में उत्साह और उमंग के साथ कृष्ण कुंज का हुआ शुभारंभ’’मुख्यमंत्री श्री बघेल की मंशानुरूप वृक्षों के संरक्षण और आने वाली पीढ़ी को वृक्षों के सांस्कृतिक एवं पर्यावरणीय मूल्यों से परिचित कराने नगरीय निकायों में बनेकृष्ण कुंज’’जनप्रतिनिधियों, प्रशासनिक अधिकारियों एवं आमजन की सहभागिता से जिले में रक्तचन्दन, दहिमन, पीपल, कदम्ब, नीम, आम सहित विभिन्न प्रजातियों के 3 हजार से अधिक पौधे रोपित’
कोरिया 19 अगस्त 2022/ मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप आज कृष्ण जन्माष्टमी के पावन अवसर पर जिले के सभी 07 नगरीय निकायों में कृष्ण कुंज का शुभारंभ किया गया। कलेक्टर श्री कुलदीप शर्मा ने विकासखण्ड बैकुण्ठपुर के गेज रोपणी में पूजा-अर्चना कर फीता काटकर कृष्ण कुंज का लोकार्पण किया। उन्होंने आठवीं कक्षा के विद्यार्थी संगीत के साथ कृष्ण कुंज में आम का पौधा लगाया। इस अवसर पर वनमण्डल अधिकारी बैकुंठपुर श्री ऐमूतेम्सु आओ, जिला पंचायत सीईओ श्री कुणाल दुदावत, स्थानीय जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों, अधिकारी-कर्मचारियों, मीडिया के प्रतिनिधियों और स्कूली बच्चों ने भी रक्तचन्दन, दहिमन, पीपल, कदम्ब, नीम, आम, गंगा बेर, आंवला, सहित अन्य पौधे लगाए।
’संचालक, सीजीएमएससी व मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉ जायसवाल ने मनेन्द्रगढ़ और चिरमिरी में किया कृष्ण कुंज का शुभारंभ’
नगरीय निकाय चिरमिरी और मनेन्द्रगढ़ में संचालक, सीजीएमएससी व मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉ विनय जायसवाल एवं महापौर श्रीमती कंचन जायसवाल में पौधरोपण कर कृष्ण कुंज का शुभारंभ किया। आने वाली पीढ़ी को वृक्षों के सांस्कृतिक, धार्मिक एवं पर्यावरणीय मूल्यों से परिचित कराने मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार राज्य के सभी नगरीय निकायों में कृष्ण कुंज बनाए गए हैं। जहां सांस्कृतिक महत्व के पौधों के साथ ही साथ औषधीय पौधों का भी रोपण किया गया। जिले के चिन्हाकित स्थलों में आज लोकार्पण के साथ 3 हजार से अधिक पौधे लगाए गए हैं।
’एकरूपता दर्शाने बाउण्ड्रीवाल गेट एवं कृष्ण कुंज का लोगो किया गया तैयार’
नगरीय क्षेत्रों में व्यापक पैमाने पर वृक्षारोपण कर वृक्षों के संरक्षण के प्रति जागरूकता एवं वृक्षों के महत्व से जनसामान्य को परिचित कराने के लिए शासन द्वारा कृष्ण कुंज की पहल की गई है। कृष्ण कुंज को विशिष्ट पहचान दिलाने के लिए राज्य में एकरूपता प्रदर्शित करने हेतु बाउण्ड्रीवाल गेट एवं कृष्ण कुंज का लोगो तैयार किया गया है। कृष्ण कुंज के लोगों में एवं बाउण्ड्रीवाल गेट में हमारी छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक महत्व एवं परम्परा दर्शित है, जिसे देखने मात्र से ही छत्तीसगढ़ की अस्मिता प्रकट होती है।