13 सितंबर से 14 अक्टूबर तक चलेगा शिशु संरक्षण माह बच्चों को दी जाएगी विटामिन ए और आयरन सिरप की खुराक
1 min read13 सितंबर से 14 अक्टूबर तक चलेगा शिशु संरक्षण माह
बच्चों को दी जाएगी विटामिन ए और आयरन सिरप की खुराक
रायपुर, 05 सितंबर 2022, ज़िले में 13 सितंबर से 14 अक्टूबर तक चलाये जाने वाले शिशु संरक्षण माह में बच्चों को विटामिन ए और आयरन सिरप की खुराक सप्ताह में दो बार दी जायेगी। यह खुराक दस प्रस्तावित सत्रों में बच्चों को पिलाई जायेगी। शिशु और बाल्य रोग विशेषज्ञों के अनुसार आयरन और विटामिन ए की खुराक से बच्चों के पोषण स्तर में सुधार आता है। इसकी खुराक न पीने से बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास सही से नहीं हो पाता है। नौ माह से एक वर्ष तक के बच्चों को एक एमएल विटामिन ए की खुराक एवं एक वर्ष से पांच वर्ष तक के बच्चों को दो एमएल खुराक दी जाएगी, वहीं छः माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को एक एमएल प्रति सप्ताह आयरन फोलिक सिरप की निर्धारित खुराक दी जायेगी।
शिशु संरक्षण माह के बारे में जानकारी देते हुए जिला टीकाकरण अधिकारी, डॉ. प्रणव वर्मा ने बताया: “शिशु संरक्षण माह विटामिन ए अनुपूरक कार्यक्रम है जिसमें विटामिन ए और आयरन सिरप समस्त शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों में नि:शुल्क दिया जायेगा । इसके साथ ही बच्चों का वजन मापना, पोषण आहार की जानकारी लेना, आंगनबाड़ी केंद्रों में पोषण आहार की सेवाओं की उपलब्धता कराना, और अति गंभीर कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर पोषण पुनर्वास केंद्र में भर्ती करवाने जैसी गतिविधियां शामिल है । स्वास्थ्य अधिकारियों व सिविल सर्जनों को शिशु संरक्षण माह की विटामिन ए अनुपूरक कार्यक्रम की गाइडलाईन जारी की गयी है । अभियान के सफल संचालन में ग्राम स्वास्थ्य व शहरी स्वास्थ्य पोषण दिवस पर ग्राम व शहरी स्तर पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, क्षेत्र की मितानिन, महिला आरोग्य समिति, ग्राम पंचायत, वार्ड पार्षद और सदस्यगणों का सहयोग भी लिया जायेगा।“
इन तिथियों पर आयोजित होंगे सत्र
दस सत्रों के लिये चलने वाला यह अभियान, 13 सितंबर, 16 सितंबर, 20 सितंबर, 23 सितंबर, 27 सितंबर, 30 सितंबर, 04 अक्टूबर, 07 अक्टूबर, 11 अक्टूबर, 14 अक्टूबर, को ऑगनबाड़ी केन्द्र पर संचालित किया जाएगा ।
कोविड नियमों के पालन करते किया जाएगा सत्रों का आयोजन
कोविड-19 गाइडलाइन के अनुसार ही बच्चों को विटामिन ए और आयरन सिरप की खुराक दी जाएगी साथ ही शारीरिक दूरी का भी ध्यान रखा जाएगा । समय की जानकारी अभिभावकों को पहले ही दे दी जाएगी ताकि वह आसानी से बच्चों को स्वास्थ्य केंद्र लाकर इन दवाइयों की खुराक दिलवा सके