अंतराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल और गैस के दाम गिरे मोदी सरकार मुनाफा वसूल रही- कांग्रेस
1 min read*जनहित में पेट्रोल-डीजल के दाम में कटौती की जाय- मोहन मरकाम*
रायपुर /13 सितंबर 2022/ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने मोदी सरकार पर जनता के साथ धोखा घड़ी अन्याय करने का आरोप लगाया उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतों में लगभग 27 प्रतिशत की गिरावट आई है। मोदी सरकार देश में दाम नही घटाकर मुनाफा वसूलने मे व्यस्त है। 2014 में क्रूड आयल की कीमत 116 डॉलर प्रति बैरल था तब पेट्रोल 100 रु लीटर मिलता था आज घटकर 88 डॉलर प्रति बैरल हो गया है तब भी पेट्रोल 105 रु लीटर के करीब मिल रहा है। इस हिसाब से पेट्रोल डीजल की कीमत में 15 रू प्रति लीटर की कमी होनी चाहिये। लेकिन मोदी सरकार पेट्रोल डीजल के भाव में कोई कमी नहीं कर रही है बल्कि पेट्रोल डीजल पर लगभग 19 रु एवं 15 रु 44 पैसा एक्साइज ड्यूटी वसूल रही है रसोई गैस के दाम भी अंतराष्ट्रीय बाजार में 750 डॉलर से घटकर 650 डॉलर प्रति मीट्रिक टन हो गया है जो लगभग 13.33 प्रतिशत की कमी है वर्तमान परिस्थिति में लगभग 10 रू प्रति सिलेण्डर कम होना चाहिये। इसके बावजूद देश की गरीब जनता को घरेलू गैस के सिलेंडर की कीमत में अंतरराष्ट्रीय बाजार के घटे हुए कीमत का लाभ नहीं मिल रहा है मोदी सरकार पहले ही रसोई गैस में मिलने वाली सब्सिडी को खत्म कर कर दी है।
कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि देश की जनता मोदी भाजपा निर्मित महंगाई से पीड़ित है आजादी के बाद पहली बार केंद्र में बैठी सरकार दूध दाल चावल आटा घी जूता-चप्पल स्टेशनरी पर टैक्स लगाकर गरीब जनता से वसूली कर रही है। दवाइयों के दाम में लगभग 30 प्रतिशत की वृद्धि हो गई है ट्रेन की टिकट प्लेटफार्म टिकट एवं टोल टैक्स में भी बेतहाशा वृद्धि किया गया है आम जनता की आय कम हुई है और टैक्स का व्यव भार बढ़ा है ऐसे समय में जब जनता को महंगाई से राहत दिलाने के लिए मोदी सरकार को कड़े एवं कठोर कदम उठाना चाहिए मोदी सरकार मुनाफाखोरी में लगी हुई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में रसोई गैस और क्रूड ऑयल के दामों में आई कमी का लाभ आम जनता को मिलना चाहिए लेकिन मोदी सरकार पेट्रोलियम कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए आम जनता के जेब पर डाका डाल रहे हैं।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि यूपीए सरकार के दौरान देश की जनता को रसोई गैस 410 रूपये प्रति सिलेंडर मिलता था दूध चावल सहित आवश्यक वस्तुओं के दाम पर किसी भी प्रकार का टैक्स नहीं लिया जाता था ट्रेन में यात्रा करना किफायती था आम जनता को राहत पहुंचाने के लिए यूपीए की सरकार हमेशा तैयार खड़ी रहती थी आज 8 साल में देश की हालात बिगड़ गई है मोदी सरकार का एकमात्र एजेंडा देश के 135 करोड़ जनता के ऊपर टैक्स लगाना और मुनाफाखोरी करना तथा 2 लोगों के लिए काम करना है देश की जनता मोदी सरकार की नीतियों से नाखुश है और इस का खामियाजा 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को चुकाना पड़ेगा जनता की खामोशी मोदी सरकार के खिलाफ नाराजगी है ।