सुकमा : गौठानों से समूह की महिलाएं बन रही आत्मनिर्भर
1 min readसुकमा, 24 सितम्बर 2022 : कलेक्टर श्री हरिस एस. के मार्गदर्शन में स्व-सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को आजीविका मूलक गतिविधियों से जोड़ने और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी नरवा,गरुवा,घुरुवा एवं बाड़ी योजनाअंतर्गत ग्रामों में बनाये गए गौठान अब फलीभूत होने लगे हैं।
जिले के छिंदगढ़ विकासखंड के ग्राम चिकारास (चिपुरपाल) गौठान में पशुधन विकास विभाग द्वारा बैकयार्ड कुक्कूट पालन योजना वर्ष 2022-23 के तहत विगत माह पुष्पा महिला स्व-सहायता समूह को बटेरपालन का प्रशिक्षण दे कर शासकीय कुक्कूट पालन प्रक्षेत्र दुर्ग से परिवहन कर 20 यूनिट बटेर चूजें दाना सहित प्रदाय किया गया था।
समूह के सदस्यों द्वारा पशुधन विकास विभाग से बटेर पालन करने हेतु आवश्यक जानकारीयां प्राप्त कर बटेर पालन किया गया। परिणाम स्वरूप एक माह में ही नियमित देखभाल व अच्छे रख-रखाव से बटेर विक्रय लायक हो गए। समूह के द्वारा बटेरों को प्रति नग 50 रूपये की दर से छिंदगढ़, गादीरास, सुकमा एवं कूकानार के साप्ताहिक बाजारों में बिक्री कर आय के रूप में 34 हजार रूपये आय प्राप्त किए हैं।
आजीविका मूलक गतिविधियों के लिए धनराशि को समूह द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक शाखा छिंदगढ़ मे खोले गए बैंक खाते में जमा किया गया है। इस तरह महिलाएं आर्थिक लाभ प्राप्त करने के साथ ही बैंकिंग प्रणाली से भी जुड़ रहीं है।
पशुधन विकास विभाग के उप संचालक ने बताया कि आने वाले दिनों में समूह के सदस्यों द्वारा जमा पैसों से बटेर चूजे क्रय कर निरंतर बटेर पालन का लाभ ले कर प्राप्त आय से आत्मनिर्भर हो कर आर्थिक रूप से मजबूत होने की दिशा में अग्रसर होंगे।