लोगों को अब अपने मोहल्ले में ही मिलेगी जांच व इलाज की निःशुल्क सुविधा : सिंहदेव
1 min readरायपुर, 6 अक्टूबर 2022 : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने गुरुवार को गोधानपुर में प्रदेश के पहले हमर क्लिनिक का फीता काटकर उद्धाटन किया। अम्बिकापुर के गोधानपुर में सीजीएमएससी द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर बनाया गया है जहां हमर क्लिनिक का संचालन होगा। हमर क्लिनिक में ओपीडी के रूप में 12 प्रकार के उपचार की सुविधा व 6 प्रकार की पेथालॉजी जांच की सुविधा लोगों को निःशुल्क मिलेगी।
हमर क्लिनिक के ओपीडी में एक चिकित्सक सहित अन्य मेडिकल स्टॉफ उपलब्ध रहेंगे। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने नवनिर्मित भवन में ओपीडी, दवा भंडार कक्ष, प्रयोगशाला और चिकित्सक निवास कक्ष का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने दवा और मशीन के बारे में विस्तृत जानकारी ली।
इस अवसर पर श्री सिंहदेव ने कहा कि हमर क्लिनिक राज्य शासन की महत्वाकांक्षी योजना है जिसमें अब लोगों को अपने मोहल्ले में ही निःशुल्क जांच व इलाज की सुविधा मिलेगी। हमर क्लिनिक में केवल ओपीडी की सुविधा रहेगी।
भर्ती करने की जरूरत पड़ने पर जिला अस्पताल या मेडिकल कॉलेज में रिफर किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि सामान्य बीमारी के लिए अब लोगांे को बड़े अस्पताल जाकर जांच व इलाज कराना नहीं पड़ेगा।
इससे लोगों को बड़े अस्पताल में जाकर घण्टों लाइन लगाने से निजात मिलेगी। हमर क्लिनिक में खून जांच की जो सुविधा है उसके अलावा भी यदि अन्य जांच की जरुरत पड़ती है तो उच्च लैब में सैम्पल भेज कर जांच रिपोर्ट मरीज के मोबाइल पर सूचना भेज दी जाएगी। श्री सिंहदेव ने कहा कि हमर क्लिनिक योजना शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में शुरू की जा रही है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कराई खून जांच- स्वास्थ्य मंत्री श्री टी.एस. सिंहदेव ने हमर क्लिनिक के उद्घाटन अवसर पर अपनी खून जांच कराई। उन्होंने हमर क्लिनिक के ब्लड सैंपल कलेक्शन कक्ष में जाकर अपना ब्लड सैंपल दिया।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश भर में हमर अस्पताल के साथ ही हमर क्लीनिक का निर्माण शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्र में लोगों को कम दूरी पर कम समय में बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के उद्देश्य से किया जा रहा है।
जिले में वर्ष 2021-22 व 2022-23 में 8-8 हमर क्लिनिक स्वीकृत किए गए हैं। भवन निर्माण से लेकर दवाओं का खर्च डॉक्टर एवं स्टॉफ के वेतन सहित अन्य व्यवस्थाओं के वित्त आयोग के द्वारा राशि उपलब्ध करायी जा रही है।
इस अवसर पर छत्तीसगढ़ आदिवासी स्थानीय स्वास्थ्य परंपरा एवं वनौषधि पादप बोर्ड के अध्यक्ष श्री बालकृष्ण पाठक, महापौर डॉ अजय तिर्की, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्री आदित्येश्वर शरण सिंहदेव सहित अनेक जनप्रतिनिधि व अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।