जिस लिए बृजमोहन अग्रवाल का नाम हमेशा याद रखा जाएगा
1 min readरायपुर। आज प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं है।परंतु बृजमोहन अग्रवाल लगातार सातवीं बार रायपुर दक्षिण विधानसभा से जीत दर्ज कर विधायक बने हुए हैं। वे पूरी शिद्दत के साथ विपक्ष का धर्म निभाते हुए प्रदेश की कांग्रेस सरकार से जनहित के मुद्दों पर लड़ाई लड़ रहे हैं एवं उनका निरंतर प्रयास है कि भारतीय जनता पार्टी के बिखरे हुए वोटों को पुनः एकजुट किया जाए।
बृजमोहन अग्रवाल जितने उत्कृष्ट राजनीतिज्ञ है उससे भी अच्छे एक ऐसे इंसान है जिनके लिए जनसेवा ही ईश्वर की सेवा है।एक पुरानी फिल्म का यह गीत “जीना तो है उसी का जिसने यह राज जाना है काम आदमी का औरो के काम आना “ बृजमोहन अग्रवाल के लिए लिखा गया लगता है ।जनसेवा के प्रति ऐसा समर्पण ,ऐसी निष्ठा,और लगन किसी जनसेवक में इन पंक्तियों के लेखक ने आज तक नहीं देखी। बृजमोहन के बंगले पर सुबह से देर रात तक गरीब और जरूरतमंद लोगो का तांता लगा रहता है ।ऐसा आज तक नहीं हुआ की कभी कोई उनके पास से निराश लौटा हो।हर किसी की हरसंभव सहायता करना मनो उनका धर्म हो ।
धार्मिक और संस्कारित परिवार में जन्म लेने कि वजह से बृजमोहन अग्रवाल गीता प्रतिपादित निष्काम कर्मयोग को आत्मसात किये हुए है ।वे निःस्वार्थ भाव से अपना कर्म करते रहते है । जनहित और जन सेवा ही उनके लिए सर्वोपरि है ।दरिद्र नारायण कि सेवा ही उनके लिए ईश्वर कि सेवा है ।वे हर सामजिक समरोह में यही आह्वान करते है कि गरीब परिवार कि शिक्षा,और स्वास्थ के लिए काम करे और गरीब घर कि बेटिओं के शादी- ब्याह के लिए सब मिलकर सहयोग करे ।वे इस तरह का उपदेश देते ही नहीं बल्कि इस पर खुद भी अमल करते है गरीबों कि शिक्षा और और बीमारों के उपचार के लिए मुक्त हस्त से सहायता करने के साथ ही उन्होंने गरीब परिवारों हजारों बेटिओं की शादी भी कराई है ।उन्होंने राजनीति को सेवा का माध्यम बनाकर लाखो लोगो कि दुआए पाई है ।यही वजह है कि हर साल उनके जन्म दिन पर उन्हें शुभकामनाये देने उनके निवास पर जनसैलाब उमड़ पड़ता है ।वे ऐसे निर्विवाद नेता है जिनका सोशल नेट्वर्किंग साइट पर बड़ा फैन्स ग्रुप है ।जो लगातार सक्रिय रहता है और उनके कार्यों की दलगत भावना से ऊपर उठकर प्रसंसा करता है ।उनका परिवार आज भी संयूक्त परिवार है।और उनके पुत्र भी अपने पिता के पदचिन्हों पर चलते हुए अतिथि देवों भव कि पारंपर का पालन कर रहे है .वैसे तो पूरा रायपुर शहर उनका परिवार है वे अपना जन्मदिन ही नहीं बल्कि सभी त्यौहार अपने इस विशाल परिवार के बीच ही मानते है । बृजमोहन अग्रवाल का मानना है जीवन में जीवन में यदि कुछ काम आता है तो आपका व्यवहार और आत्मीय सम्बन्ध। अपनी इसी सोंच कि वजह से जनप्रिय जनसेवक बने बृजमोहन अग्रवाल को उनके 64 जन्मदिवस पर हार्दिक शुभकामनाये ..