मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने कार्य में लापरवाही बरतने वाले सहायक संचालक को किया निलंबित
1 min readरायपुर, 11 मई 2023 : ग्रामोद्योग मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने आज यहां राजधानी स्थित अपने शासकीय निवास सतनाम सदन में विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक ली। बैठक में अधिकारियों ने मंत्री गुरू रूद्रकुमार को घटकवार विस्तृत जानकारी दी। मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने अद्यतन जानकारी उपलब्ध न कराने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के सहायक संचालक पंकज अग्रवाल को कार्य में लापरवाही बरतने के कारण तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए। उल्लेखनीय है कि मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने विगत समीक्षा बैठक में सभी अधिकारियों को पूरी तैयारी से आने के निर्देश दिए थे।
मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने बैठक में ग्रामोद्योग के माध्यम से ग्रामीणों को ज्यादा से ज्यादा रोजगार उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की मंशा के अनुरूप ग्रामोद्योग को रोजगार का जरिया बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं और उन्होंने अधिकारियों को विभागीय कार्यो में तेजी लाने के निर्देश दिए। मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने विभाग में नई भर्ती पर जोर देने की बात कही। बैठक में वित्तीय वर्ष 2022-23 के आबंटन व्यय की समीक्षा, वित्तीय वर्ष 2023-24 में आबंटन एवं कार्ययोजना की समीक्षा, अपेक्स बुनकर संघ का वर्ष 2022-23 में शासकीय वस्त्र प्रदाय की समीक्षा के साथ-साथ वर्ष 2023-24 में किए जाने वाले महत्वपूर्ण विभागीय कार्यों के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई।
मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने बैठक में सभी अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कार्यों में कोताही बरतने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ग्रामोद्योग विभाग सीधे ग्रामीणों से जुड़ा महत्वपूर्ण विभाग है, जो लोगों को सीधे रोजगार उपलब्ध कराता है। मंत्री गुरू रूद्रकुमार ने गणवेश आपूर्ति में हो रहे विलंब को लेकर असंतोष जाहिर करते हुए राजधानी सहित निकटवर्ती जिलों में गणवेश आपूर्ति में तेजी लाने के निर्देश अधिकारियों को दिए।
इस अवसर पर सचिव ग्रामोद्योग श्री एस. प्रकाश, संचालक ग्रामोद्योग श्री अरूण प्रसाद पी., अपर संचालक श्री बी.पी. मनहर, महाप्रबंधक श्री ए. अयाज, श्री एच.बी. अंसारी, संयुक्त संचालक श्री नोन्हारे, प्रबंधक श्री परेश मिंज, श्री साकेत राजपुरिया सहित रेशम, हाथकरघा, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड, माटीकला बोर्ड और खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।